किसी बड़े चेहरे के अनुभव के भरोसे बीजेपी इस सीट से रमन सिंह को मैदान में उतारने के लिए तैयार है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब ऐसी उम्मीद है कि पार्टी रमन सिंह को राजनंदगांव विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में उतार सकती है। हालांकि, साल 2018 में बीजेपी हार गई थी।
छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक दल इस राज्य में चुनावी जीत हासिल करने के लिए अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं। इस बीच अब ऐसी खबरें हैं कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह भी इस चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। कहा जा रहा है कि जल्द ही पार्टी छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेगी और पार्टी नेतृत्व रमन सिंह को चुनावी अखाड़े में उतार सकता है। बीजेपी से जुड़े एक सूत्र ने कहा है कि रमन सिंह एक वरिष्ठ नेता हैं औऱ पार्टी नेतृत्व ने उनके चुनाव लड़ने को लेकर अपनी इच्छा जाहिर की है।
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक हुई थी :
1 अक्टूबर को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव कमेटी की बैठक हुई थी। इस बैठक में नेताओं ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में अपने प्रत्याशियों के नामों को लेकर माथापच्ची की थी। इससे पहले पार्टी केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते औऱ प्रहलाद पटेल को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बना चुकी है। ऐसी उम्मीद है कि पार्टी इस फॉर्मूले को छत्तीसगढ़ औऱ राजस्थान में भी अपना सकती है।
2018 में बीजेपी चुनाव हार गई थी :
रमन सिंह सबसे लंबे वक्त तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहे। वो साल 2003 से लेकर 2018 तक मुख्यमंत्री रहे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अब ऐसी उम्मीद है कि पार्टी रमन सिंह को राजनंदगांव विधानसभा सीट से चुनावी दंगल में उतार सकती है। हालांकि, साल 2018 में बीजेपी यहां चुनाव हार गई थी। उस वक्त रमन सिंह राज्य के सीएम थे। सूत्रों का कहना है कि रमन सिंह लंबे समय से पार्टी का चेहरा रहे हैं। भगवा पार्टी इस अहम चुनाव में रमन सिंह के तर्जुबे औऱ वोटरों के बीच उनकी पहचान का पूरा इस्तेमाल करना चाहती है।